We all want to do big in life but don't know what to do, sometimes we feel sad that we are not able to do what we want, but the question is why we are not able to do it ? ,What stopping us? I also wanted to write a book, but whenever I sit down to write... many thoughts run behind me and I stop writing keeping my paper and pen down.
हम सभी जीवन में बड़ा करना चाहते हैं लेकिन पता नहीं क्या करें, कभी-कभी हमें इस बात का दुख होता है कि हम जो चाहते हैं वह नहीं कर पा रहे हैं, लेकिन सवाल यह है कि हम ऐसा क्यों नहीं कर पाते हैं? , हमें क्या रोक रहा है? मै भी एक किताब लिखना चाहती थी, लेकिन जब भी मै लिखने बैठती , मेरे पीछे कई विचार दौड़ते हैं और मैं अपना कागज और कलम नीचे रखकर लिखना बंद कर देती हूं।
Here are some line written by me.
Hashrat thi apni jindagi ki likhu ek Kitaab,
Likhne baithee to sochi ,likhu kya isme ,
jakham apno ke diye shabdo me pirou kaise,
Khuch lamhe haseen apne jo thee,
Yaad unko kar kalam tham si gayi,
Hasrate kitab fir se adhuri hi rah gayi.
हशरत थी अपनी जिंदगी की लिखू एक किताब,
लिखने बैठी तो सोची, लिखू क्या इसमे,
जखम अपनो के दिए शब्द में पिरोवु कैसे,
कुछ लम्हे हसीन अपने जो थे,
याद उनको कर कलम थम सी गई,
हशरते किताब फिर से अधूरी ही रह गई।
Bahut sunder
ReplyDeleteVery nice lines
ReplyDeleteMixed feelings
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